ऐसा नहीं है कि हमेशा आपका साथी ही स्वयं को ‘महत्वहीन’ समझे। कभी-कभी आप भी ऐसा महसूस कर सकते हैं। उत्साह और जोश भरे तथा… 1 20 0
प्रेम-संबंध को पूर्णता से जीने के लिए जरूरी है कि दोनों साथियों को महसूस हो कि वे ‘महत्वपूर्ण’ हैं। यदि आप (या आपका साथी) स्वयं… 0 10 0
इन तीन प्रश्नों पर विचार कीजिये। क्या आप अपने आपको इनमें से किसी भी उलझन में पाते है: प्रश्न 1 – क्या आपकी शादी हो… 0 00 0
इस ब्लॉग में हम रिश्तों में विश्वास बढ़ाने के अगले 6 (क्र. 6-12) आसान तरीकों पर चर्चा करेंगे। अगर आपने पहले 6 तरीके नहीं पढ़े… 0 00 0
किसी भी रिश्ते में विश्वास सबसे मुख्य कारक है। किसी का भी “आइ ट्रस्ट यू” (I Trust You) कहना किसी भी तरह से “आइ लव… 0 00 0
यह ब्लॉग ‘संबंधों में 11 अवास्तविक (या अस्वस्थ) अपेक्षाओं’ का दूसरा भाग है।यहाँ हम किसी भी प्रेम संबंध (पति-पत्नी, मंगेतर, गर्लफ्रेंड-बॉयफ्रेंड या कोई भी प्रेमी जोड़े) में अवास्तविक (या अस्वस्थ) अपेक्षाओं के क्र.# 6 से 11 पर चर्चा करेंगे। अगर आपने # 1 – 5…
अपने प्रेमी/मंगेतर/पति/पत्नी से अपेक्षा रखना स्वाभाविक है। लेकिन कई बार हम जरूरत से ज्यादा अपेक्षाएँ रखने लग जाते हैं। इन्हीं को अवास्तविक (या अस्वस्थ) अपेक्षाएँ कहा जाता है।लोग अपने साथी से अनेक प्रकार की अवास्तविक अपेक्षाएँ रख सकते हैं। हम यहाँ उनमें से 11 प्रमुख…
यह ब्लॉग संबंधों में अपरिपक्वता के 11 संकेत का दूसरा भाग है। यहाँ हम किसी भी प्रेम संबंध (पति-पत्नी, मंगेतर, गर्लफ्रेंड-बॉयफ्रेंड या कोई भी प्रेमी… 0 0 0 0
किसी भी प्रेम संबंध (पति-पत्नी, मंगेतर, गर्लफ्रेंड-बॉयफ्रेंड या कोई भी प्रेमी जोड़े) में अपरिपक्व व्यवहार कोई नई बात नहीं है। इसकी सबसे बड़ी परेशानी यह… 0 0 0 0